इंदौर। चाइल्ड फंड इंडिया ने झाबुआ में ५०० जनजातीय महिलाओं को उद्यमी बनाने का प्रशिक्षण पूरा करने की घोषणा की। यह प्रशिक्षण पॉवर्टी टू प्रॉस्परीट प्रोजेक्ट के तहत दिया गया। यह कार्यक्रम सीटी फाउंडेशन के इंडिया इनोवेशन ग्रांट प्रोग्राम के तहत हुआ। अलीराजपुर, धार और झाबुआ के २० गांवों की इन महिलाओं को प्रोजेक्ट के तहत मुर्गीपालन और मुर्गीपालन के लिए शेड बनाने के लिए मदद भी दी। इस मौके पर सांसद कांति लाल भूरिया विधायक शांति लाल बिलावल, कलेक्टर आशीष सक्सेना, सीईओ अनुराग चौधरी, चाइल्ड फंड इंडिया की नीलम मखीजानी और सीटी फाउंडेशन के देवाशीष घोष मौजूद थे।
– चाइल्ड फंड इंडिया की कंट्री डायरेक्टर एवं सीईओ नीलम मखीजानी का कहना है कि इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य जनजातीय महिलाओं को उद्यमी बनाना है। उन्हें वैकल्पिक आजीविका का अवसर देना है जो आर्थिक रूप से सफल हो और निरंतर जारी रहे।
– सीटी इंडिया देवाशीष घोष ने कहा कि यह प्रोग्राम स्किल इंडिया मिशन की दिशा में बड़ा कदम है। इस प्रोग्राम से न केवल जनजातीय महिलाओं के लिए आर्थिक विकास के अवसर सामने आएंगे, बल्कि उनके उत्पादों के लिए एक बाजार बनाने में भी मदद मिलेगी। गौरतलब है कि चाइल्ड फंड इंडिया २५ देशों में कार्य कर रहा है। यह १८ मिलियन से अधिक बच्चों और उनके परिवारों को मदद पहुंचाने की कोशिश में लगा है।