ChildFund India Launches Reading Improvement Campaign (DainikBhaskar)

नई दिल्ली. देशभर के 14 राज्यों में 115,000 से ज्यादा बच्चों को ध्यान में रखते हुए चलाए जा रहे रीडिंग कैंपेन के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। यह कैंपेन चाइल्डफंड इंडिया की ओर से आयोजित है। बता दें कि इस कैंपेन का पहला चरण ‘बुक्स माय फ्रेंड’ था जबकि दूसरा चरण ‘उज्ज्वल भविष्य की ओर’ है। पहला चरण पिछले साल दिसंबर में शुरू हुआ था। इस सोशल एजुकेशनल कैंपेन का मकसद बच्चों को सौर लालटेन की मदद से पढ़ने का मौका देना है।
1951 में स्थापित चाइल्डफंड इंडिया, एक गैर सरकारी संगठन है। यह जरूरतमंद, उपेक्षित और असुरक्षित बच्चों के बीच काम कर रहा है। इसी के तहत एनजीओ ने देशभर में ऐसे बच्चों की पढ़ाई सुधार अभियान की शुरुआत की है। इसमें 6-14 साल उम्र की बच्चों को शिक्षा देने पर जोर दिया जा रहा है। अभियान का मकसद करीब 1 लाख 15 हजार बच्चों को पढ़ने की खुशी देना है। बताते चलें कि बुक्स माय फ्रेंड अभियान के तहत देश के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग भाषाओं में बच्चों को किताबें बांटी गई और मनोरंजन के साथ पढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। चाइल्डफंड ने जरूरतमंद बच्चों के लिए पुस्तकों पर केंद्रित गतिविधियों का भी आयोजन किया। जिसमें स्टोरी टेलिंग, पेंटिंग, बोलकर पढ़ना आदि शामिल थे।
दूसरे चरण में बिजली की कमी वाले इलाकों पर ध्यान
इस कैंपेन के दूसरे चरण में देश के बिजली की कमी वाले इलाकों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके तहत नामांकित प्रत्येक बच्चे / परिवार को सोलर लैम्प दिया जाएगा। जिसकी मदद से बच्चे शाम या रात के वक्त भी किताबें पढ़ सकेंगे। चाइल्डफंड इंटरनेशनल के एशिया क्षेत्रीय निदेशक जेफरी पेटकोविच का कहना है कि “जमीनी वास्तविकताओं को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई में सुधार के कार्यक्रम का कॉन्सेप्ट तैयार किया गया है, ताकि बच्चों और युवाओं में पढ़ने की आदत को बढ़ावा दिया जा सके।” जेफरी के मुताबिक़ यह आगे चलकर प्रभावकारी साबित होगा। उधर, चाइल्डफंड इंडिया की नेशनल डायरेक्टर नीलम मखीजानी ने कहा कि इस कंपेन का मकसद देश के स्कूलों में शिक्षा की क्वालिटी को भी बेहतर करना है।

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